Quantcast
Channel: Study Rankers
Viewing all articles
Browse latest Browse all 6119

गीत - अगीत - पठन सामग्री और सार NCERT Class 9th Hindi

$
0
0

पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - गीत - अगीत स्पर्श भाग - 1

पाठ का सार

'गीत-अगीत' कविता में कवि ने प्रकृति के सौंदर्य के अतिरिक्त जीव-जतुंओं के ममत्व, मानवीय राग और प्रेमभाव का भी सजीव चित्रण है। कवि को नदी के प्रवाह में थट के विरह का गीत का सॄजन होता जान पड़ता है। उन्हें शुक-शुकी के क्रिया-कलापों में भी गीत सुनाई देता है। कहीं एक प्रेमी अपनी प्रेमिका को बुलाने के लिए गीत गा रहा है जिसे सुनकर प्रेमिका आंनदित होती है। कवि का मानना है कि नदी और शुक गीत सृजन या गीत-गान भले ही न कर रहे हों, पर दरअसल वहाँ गीत का सृजन और गान भी हो रहा है। वे यह नही समझ पा रहे हैं कौन ज्यादा सुन्दर है - प्रकृति के द्वारा किए जा रहे क्रियाकलाप या फिर मनुष्य द्वारा गाया जाने वाला गीत।

कवि परिचय

रामधारी सिंह दिनकर

इनका जन्म बिहार के मुंगेर जिले के सिमरिया गाँव में 30 सितम्बर 1908 को हुआ। वे सन 1952 में राज्यसभा के सदस्य मनोनीत किये गए। भारत सरकार ने इन्हें ‘ पद्मभूषण ’ अलंकरण से अलंकॄत किया। दिनकर जी को ‘ संस्कृति के चार अध्याय ’ पुस्तक पर साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।अपनी काव्यकृति ‘ उर्वशी ’ पर ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दिनकर ओज के कवि माने जाते हैं। दिनकर की सबसे बड़ी विशेषता है अपने देश और युग के प्रति सजगता।

प्रमुख कार्य

कृतियाँ - हुँकार, कुरुक्षेत्र, रश्मिरथी परशुराम की प्रतीक्षा, उर्वशी,और संस्कॄति के चार अध्याय।

कठिन शब्दों के अर्थ

• तटिनी – नदी
• वेगवती – तेज़ गति से
• उपलों – किनारों 
• विधाता – ईश्वर
• निर्झरी – झरना 
• पाटल – गुलाब
• शुक – तोता 
• खोंते – घोंसला
• पर्ण – पत्ता 
• बिधना - भाग्य
• आल्हा – एक लोक काव्य का नाम
• कड़ी – वे छंद जो गीत को जोड़ते हैं
• गुनती – विचार करती है।

View NCERT Solutions of गीत - अगीत

Viewing all articles
Browse latest Browse all 6119

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>