NCERT Solutions for Class 8th: पाठ 4 - ओस (कविता) हिंदी दूर्वा भाग-III
- सोहनलाल दिवेदी
पृष्ठ संख्या: 24अभ्यास
1. कविता से
(क) कविता में रतन किसे कहा गया है और वे कहाँ-कहाँ बिखरे हुए हैं?
उत्तर
कविता में ओस को रतन कहा गया है और वे हरी घास, पत्तों और फूलों पर बिखरे हुए हैं।
(ख) ओस कणों को देखकर कवि का मन क्या करना चाहता है?
उत्तर
ओस कणों को देखकर कवि का मन कर रहा है कि वह अंजलि भर कर इन्हें ले आए और इनको देख-देख कर एक कविता लिखे।
6. उलट-फेर
"हरी घास पर बिखरे दी हैं
ये किसने मोती की लड़ियाँ?"
ऊपर की पंक्तियों को उलट-फेर कर इस तरह भी लिखा जा सकता है–
"हरी घास पर ये मोती की लड़ियाँ किसने बिखेर दी हैं?"
इसी तरह नीचे लिखी पंक्तियों में उलट-फेर कर तुम भी उसे अपने ढंग से लिखो।
(क) "कौन रात में गूँथ गया है
ये उज्ज्वल हीरों की कड़ियाँ?"
(ख) "नभ के नन्हें तारों में ये
कौन दमकते हैं यों दमदम?"
उत्तर
(ख) नभ के नन्हे तारों में ये कौन दमदम दमकते हैं?
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8. कौन ऐसा
नीचे लिखी चीज़ों जैसी कुछ और चीज़ों के नाम सोचकर लिखो–
(क) | जुगनू जैसे चमकीले | .............................. |
(ख) | तारों जैसे झिलमिल | .............................. |
(ग) | हीरों जैसे दमकते | .............................. |
(घ) | फूलों जैसे सुंदर | .............................. |
उत्तर
(क) | जुगनू जैसे चमकीले | तारे |
(ख) | तारों जैसे झिलमिल | रोशनी के छोटे-छोटे बल्ब |
(ग) | हीरों जैसे दमकते | ओस की बूँदे |
(घ) | फूलों जैसे सुंदर | मुख |
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10. रूप बदलकर
चमक-चमकना-चमकाना-चमकवाना
'चमक' शब्द के कुछ रूप ऊपर लिखे हैं। इसी प्रकार नीचे लिखे शब्दों का रूप बदलकर सही जगह पर भरो–
दमक, सरक, बिखर, बन(क) ज़रा सा रगड़ते ही हीरे .................... शुरू कर दिया।
(ख) तुम यह कमीज़ किस दर्ज़ी से .......................... चाहते हो?
(ग) साँप ने धीरे-धीरे .................... शुरू कर दिया।
(घ) लकी को मूर्ख ................ तो बहुत आसान है।
(ङ) तुमने अब खिलौने .................... बंद कर दिए?
उत्तर
(ख) तुम यह कमीज़ किस दर्ज़ी से बनवानाचाहते हो?
(ग) साँप ने धीरे-धीरे सरकनाशुरू कर दिया।
(घ) लकी को मूर्ख बनानातो बहुत आसान है।
(ङ) तुमने अब खिलौने बिखेरनेबंद कर दिए हैं।