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पाठ 3 लोकतंत्र और विविधता लोकतांत्रिक राजनीति के नोट्स| Class 10th

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NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 3 - लोकतंत्र और विविधता (Loktantr aur Vividhta) Loktantrik Rajniti

अमरीका में नागरिक अधिकार आंदोलन

• घटनाओं और सुधार आंदोलनों का एक सिलसिला जिसका उद्देश्य एफ्रो-अमरीकी लोगों के विरुद्ध होने वाले नस्ल आधारित भेदभाव को मिटाना था। 

• मार्टिन लूथर किंग जूनियर की अगुवाई में लड़े गए इस आंदोलन (1954-1968) का स्वरूप पूरी तरह अहिंसक था।

समानताएँ, असमानताएँ और विभाजन

सामाजिक विभिन्नताएँ क्या हैं?

• सामाजिक विभिन्नताएँ जन्म पर आधारित या व्यक्तिगत पसंद या चुनाव के आधार पर सामाजिक पहचान है।

सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति

• अधिकांश सामाजिक भेदभाव जन्म पर आधारित हैं।

• कुछ व्यक्तिगत पसंद या चुनाव पर आधारित हैं।

सामाजिक विभाजन

• यह सामाजिक विषमताओं जैसे धर्म, जाति आदि पर आधारित संघर्ष की स्थिति है।

• हर सामाजिक विभिन्नता सामाजिक विभाजन का रूप नहीं लेती। सामाजिक विभिन्नताएँ लोगों के बीच बँटवारे का एक बड़ा कारण होती ज़रूर हैं लेकिन यही विभिन्नताएँ कई बार अलग-अलग तरह के लोगों के बीच पुल का काम भी करती हैं।

विभिन्नताओं में सामंजस्य

• सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अंतर दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े हो जाते हैं।

विभिन्नताओं में टकराव

• अगर एक-सी सामाजिक असमानताएँ कई समूहों में मौजूद हों तो फिर एक समूह के लोगों के लिए दूसरे समूहों से अलग पहचान बनाना मुश्किल हो जाता है।

सामाजिक विभाजनों की राजनीति

• लोकतंत्र में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के बीच प्रतिद्वंद्विता का माहौल होता है।

• प्रतिद्वंद्विता समाज को विभाजित करती है और उन्हें राजनीतिक विभाजनों में बदल देती है जो अंततः संघर्ष, हिंसा या किसी देश के विघटन की ओर ले जाती है।

सामाजिक विभाजनों की राजनीति का परिणाम तीन चीज़ों पर निर्धारित करता है-

• पहली चीज है लोगों में अपनी पहचान के प्रति आग्रह की भावना।
→ अगर लोग खुद को सबसे विशिष्ट और अलग मानने लगते हैं तो उनके लिए दूसरों के साथ तालमेल बैठाना बहुत मुश्किल हो जाता है।

• दूसरी महत्वपूर्ण चीज़ है कि किसी समुदाय की माँगों को राजनीतिक दल कैसे उठा रहे हैं।
→ संविधान के दायरे में आने वाली और दूसरे समुदाय को नुकसान न पहुँचाने वाली माँगों को मान लेना आसान है।

• तीसरी चीज़ है सरकार का रुख।
→ अगर शासन सत्ता में साझेदारी करने को तैयार हो और अल्पसंख्यक समुदाय की उचित माँगों को पूरा करने का प्रयास ईमानदारी से किया जाए तो सामाजिक विभाजन मुल्क के लिए खतरा नहीं बनते।


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