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पाठ 2- इंडो-चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन इतिहास के नोट्स| Class 10th

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पठन सामग्री और नोट्स (Notes)| पाठ 2-  इंडो-चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन (Indo-China me Rashtravaadi Aandolan) Itihas Class 10th

चीन के साये से आजादी

• इंडो-चाइना में आधुनिक देश वियतनाम, लाओस और कंबोडिया शामिल हैं।

• 1945 में वियतनाम ने फ्रांस से औपचारिक स्वतंत्रता प्राप्त की। स्वतंत्रता से पहले, यह चीनी साम्राज्य के अधीन था।

• स्वतंत्रता के बाद भी, वियतनाम ने चीनी संस्कृति और चीनी शासन व्यवस्था को अपनाए रखा था।

औपनिवेशिक वर्चस्व और उसका प्रतिरोध

• 1858 में फ्रांसीसी सैनिक वियतनाम की धरती पर डेरा डाला।
→ 1880 के दशक के मध्य तक उन्होंने उत्तरी क्षेत्र पर अपनी पकड़ मजबूत बना ली थी।

फ्रांसीसी ने कॉलोनियों को क्यों जरूरी समझा?

• प्राकृतिक संसाधनों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने के लिए।

• पिछड़े समाजों तक सभ्यता की रोशनी पहुँचना 'विकसित' यूरोपीय राष्ट्र का दायित्व है।

क्या उपनिवेशों का विकास करना जरूरी है?

• वियतनाम के आर्थिक विकास की बाधाऐें  
→ ज्यादा आबादी
→ कृषि की कम उत्पादकता।
→ किसानों पर भारी कर्ज़

वियतनाम एक कॉलोनी के रूप में कैसे विकसित हुआ?

• वियतनाम की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से चावल की खेती और रबर के बागानों पर आधारित था। इन पर मुख्य रूप से फ्रेंच और वियतनामी अभिजात वर्ग का स्वामित्व था।

• इस क्षेत्र की जरुरतों को पूरा करने के लिए रेल और बंदरगाह की सुविधाएं विकसित की गईं थी।

• रबर के बागानों में काम करने के लिये वियतनामी मजदूरों से एकतरफा अनुबंध किया गया था।

• फ्रांस ने अर्थव्यवस्था के औद्योगिकीकरण के लिए कोई खास काम नहीं किया।

औपनिवेशिक शिक्षा की दुविधा

• फ्रांसीसी ने देश के स्थानीय लोगों को सभ्य बनाने के लिए आधुनिक शिक्षा को ही एक रास्ते के रूप में देखते थे।

आधुनिक सोच : शिक्षा की भाषा

• चीनी भाषा वियतनामी कुलीन लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा थी।

• चीनी भाषा वियतनामी धनी और अभिजात्य लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा थी।

• कुछ नीति-निर्माताओं ने फ्रेंच भाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि वे फ्रांसीसी संस्कृति की श्रेष्ठता के कायल हो जाए।

• अन्य लोगों का सुझाव था कि छोटी कक्षाओं में वियतनामी भाषा में और उच्च कक्षाओं में फ्रेंच में भाषा में शिक्षा दिया जाए।

• फ्रेंच सीखने और फ्रांसीसी संस्कृति अपनाने वाले लोगों को फ्रेंच नागरिकता से पुरस्कृत किया जाता था।

• वियतनाम के कवेल धनी वर्ग ही स्कूलों में दाखिला ले सकता था।

• स्कूल की पाठ्यपुस्तकों में फ्रांसीसीयों और औपनिवेशिक शासन को सही ठहराया था।

आधुनिक दिखने की चाह

• पश्चिमी शैली की शिक्षा प्रदान करने के लिए 1907 में टोनकिन फ्री स्कूल शुरू किया गया था।
• स्कूल अपने छात्रों को पश्चिमी शैलियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जैसे बच्चों को छोटे -छोटे बाल रखने की सलाह दी जाती थी।

स्कूलों में विरोध के स्वर

• शिक्षकों और छात्रों ने पुस्तकों एवं पाठ्यक्रमों का विरोध किया।

• 1920 के दशक आते -आते छात्र- छात्राओं राजनीतिक दलों का गठन करने लगे थे, जैसे कि युवा अन्नान की पार्टी।

• स्कूल राजनीतिक और सांस्कृतिक लड़ाई के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन गए।

• वियतनामी बुद्धिजीवियों ने वियतनामी भूभाग और संस्कृति दोनों के नुकसान होने की आशंका जताई।

साफ़- सफ़ाई, बीमारी और रोज़मर्रा प्रतिरोध

हनोई में प्लेग और हड़ताल

• फ्रांस का हनोई शहर एक सुंदर और स्वच्छ शहर के रूप में बनाया गया था।

• 1903 में, हनोई के आधुनिक हिस्से में ब्यूबॉनिक प्लेग फ़ैल गया था।  

• सीवरों ने एक बड़े परिवहन प्रणाली के रूप में भी काम किया, जिससे चूहों को शहर के चारों ओर निर्बाध घूमने के लिए आदर्श साबित हुआ।

चूहों की पकड़- धकड़

• चूहों की घुसपैठ रोकने के लिए 1902 में चूहों को पकड़ने की मुहिम शुरू किया गया था।

• फ्रांसीसी ने वियतनामी श्रमिकों को काम पर रखा था और उन्हें प्रत्येक चूहे पकड़ने पर भुगतान किया जाता था।

• वियतनामी श्रमिक चूहों को पकड़ कर उसकी पूंछ काट लेते थे और उसे जिंदा जाने देते थे।

• प्रतिरोध और असहयोग से तंग आकर फ्रांसीसियों ने चूहों के बदले पैसे देने की कार्यक्रम बंद कर दी।

धर्म और उपनिवेशवाद- विरोध

• वियतनामिओ के धार्मिक विश्वास बौद्ध धर्म, कन्फ्यूशीवाद और स्थानीय प्रथाओं के रिवाज़ पर आधारित था।

• वियतनाम में फ्रांसीसिओं ने ईसाई धर्म की शुरुआत की।

1868 में विद्वानों का विद्रोह

• इस विद्रोह का नेतृत्व इंपीरियल कोर्ट के अधिकारियों ने किया था।
• न्गू अन और हा तिएन ने विद्रोह का नेतृत्व किया और एक हजार कैथोलिकों को मार डाला।
• 18 वीं शताब्दी के मध्य तक 3,00,000 लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कर दिए गए।
• विद्रोह को फ्रांसीसिओं द्वारा कुचल दिया गया।

होआ हाओ आंदोलन

• होआ हाओ आंदोलन की शुरुआत 1939 में इसके संस्थापक हुइन्ह फू सो के नेतृव में हुई थी।

• उन्होंने फ़िजूल खर्च की आलोचना की और बालिका वधुओं की बिक्री, जुआ और शराब और अफीम के इस्तेमाल का भी विरोध किया।

• फ़्रांसिसी ने उसे पागल घोषित कर दिया और उसे पागलखाने में भेज दिया।

• 1941 में उन्हें मुक्त कर वितयनाम से लाओस भेज दिया और उनके अनुयायियों को यातना शिविर में डाल दिया गया।

आधुनिकीकरण की संकल्पना

• आधुनिकीकरण और राष्ट्रवाद के संबंध के दो राय
→ एक राय यह थी की पश्चिमी वर्चस्व का मुकाबला करने के लिए वियतनामी परंपराओं को मजबूत करना चाहिए।
→ दूसरी राय यह थी की विदेशी वर्चस्व का विरोध करते हुए वियतनामी को पश्चिमी सभ्यता से कुछ सीखना चाहिए।

• फान बोई चाऊ एक कन्फ्यूशियस विद्वान और एक राष्ट्रवादी थे।
→ उन्होंने 1903 में रिवोल्यूशनरी सोसाइटी नामक पार्टी का गठन किया।

• फान चू त्रिंह राजशाही के खिलाफ था और एक लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना करना चाहता था।
→ वह पश्चिमी सभ्यता को पूरी तरह खारिज करने के खिलाफ थे।

आधुनिक बनने के अन्य तरीके: जापान और चीन

पूरब की ओर चलो

• 1907-08 में आधुनिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए लगभग 300 वियतनामी छात्र जापान गए थे।
• उनका उद्देश्य फ्रांसीसी को बाहर निकालना और न्गूयेन वंश को फिर से गद्दी पर बैठना था।
• वे जापान से मदद चाहते थे और टोक्यो में एक पुनर्स्थापना सोसायटी की स्थापना की।
• लेकिन 1908 के बाद जापान सरकार ने पुनर्स्थापना सोसायटी जैसी गतिविधियों का दमन शुरू कर दिया, और फ़ान बोई चाऊ ने उनमें से बहुतों  को देश से बाहर निकल दिया। वियतनामी छात्रों को  चीन और थाईलैंड में शरण लेना पड़ा।

वियतनाम पर चीनी प्रभाव

• जब 1911 में सन यात सेन ने चीन में राजशाही को उखाड़ फेंका, इससे प्रेरणा लेते हुए वियतनामी छात्रों ने वियतनाम मुक्ति एसोसिएशन का गठन कर डाला।

• इसका उद्देश्य वियतनाम में एक लोकतांत्रिक गणराज्य और एक संवैधानिक राजतंत्र का स्थापना करना था।

कम्युनिस्ट आंदोलन और वियतनामी राष्ट्रवाद

• 1930 के महामंदी ने वियतनाम में बेरोजगारी, गरीबी और ग्रामीण विद्रोह को जन्म दिया।

• हो ची मिन्ह ने फरवरी 1930 में वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की।

• जापान ने 1940 में वियतनाम पर कब्जा कर लिया।

• वियतनाम की आज़ादी के लिए वियतनाम स्वंत्रता लीग (जिसे विएट मिन्ह के रूप में जाना जाता है) ने जापानियों को मुँहतोड़ जबाब दिया और हनोई को आज़ाद करा लिया। हो ची मिन्ह सितंबर 1943 में वियतनाम के लोकतांत्रिक गणराज्य के अध्यक्ष बने।

वियतनाम गणराज्य

• फ़्रांसिसी शासक, सम्राट बाओ दाई को एक कठपुतली की तरह इस्तेमाल करते हुए देश पर कब्ज़ा जमाए रखना चाहता था।

• सालों की लड़ाई के बाद, आखिरकार 1954 में दीएन बिएन फू ने फ़्रांसिसीयों को हराया।

• फ़्रांसिसीयों के हार के बाद जिनेवा में आयोजित शांति वार्ता में वियतनाम को उत्तरी वियतनाम और दक्षिण वियतनाम बाँट दिया गया।
→ हो ची मिन्ह और कम्युनिस्टों ने उत्तर में सत्ता स्थापित की।
→ बाओ दाई ने दक्षिण में सत्ता स्थापित की।

• बाओ दाई शासन जल्द ही नगो दीन्ह डायम के नेतृत्व में तख्तापलट द्वारा समाप्त कर दिया गया था।

• नागो दीन्ह दीम के नेतृत्व में तानाशाह सरकार बनी।  
→ इसका विरोध नेशनल लिबरेशन फ्रंट (एनएलएफ) नाम के एक व्यापक मोर्चा द्वारा किया गया था।

• उत्तरी वियतनाम की मदद से एनएलएफ ने देश के एकीकरण के लिए लड़ाई लड़ी।

युद्ध में अमेरिका का प्रवेश

• साम्यवाद के डर से वियतनाम में अमेरिका ने हस्तक्षेप किया।

• हजारों अमेरिकी सैनिक भारी हथियारों और टैंकों से लैस होकर पहुंचे।

• घातक रासायनिक हथियार जैसे नापाम, एजेंट ऑरेंज और फॉस्फोरस बमों का उपयोग कर असंख्य गाँव को नष्ट कर दिया गया।

• युद्ध का असर अमेरिका में भी साफ महसूस किया जा सकता था।
→ अमेरिकी लोग भी युद्ध में शामिल होने के लिए सरकार की आलोचना कर रहे थे।

हो ची मिन्ह भूलभुलैया मार्ग

• फुटपाथों और सड़कों का एक विशाल नेटवर्क जिसका उपयोग उत्तर से दक्षिण तक सैनिकों और रसद सामग्रियों को ले जाने के लिए किया जाता था।

• अमेरिका ने नियमित आपूर्ति को बाधित करने के लिये इस मार्ग पर भारी बमबारी की, लेकिन गहन बमबारी के बाद भी इस महत्वपूर्ण आपूर्ति लाइन को बाधित नहीं कर पाए क्योंकि उन्हें फ़ौरन मरम्मत कर लिया जाता था।

युद्ध का अंत

• अमेरिका अपने लक्ष्य को हासिल करने में विफल रहा था।

• यह पहला युद्ध था जिसे टेलीविजन युद्ध कहा गया है क्योंकि इस युद्ध के दृश्य दैनिक समाचार कार्यक्रमों में टेलीविजन पर्दो पर दिखाए जाते थे।

• जनवरी 1974 में पेरिस शांति समझौते के साथ ही अमेरिका के साथ संघर्ष को समाप्त कर दिया।

• नेशनल लिबरेशन फ्रंट (एनएलएफ) ने 30 अप्रैल 1975 को साइगॉन के राष्ट्रपति भवन पर कब्जा किया और वियतनाम के दोनों हिस्सों को मिला कर एक राष्ट्र की स्थापना कर दी गई।  





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