Quantcast
Channel: Study Rankers
Viewing all articles
Browse latest Browse all 6119

नादान दोस्त - पठन सामग्री और सार NCERT Class 6th Hindi

$
0
0

पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - नादान दोस्त वसंत भाग - 1

सार

केशव और श्यामा दोनो भाई बहन थे। उनके घर के कार्निस पर चिड़िया ने अंडे दिए थे। दोनों भाई हर दिन चिड़िया को वहाँ आते-जाते देखा करते। उनको देखने में वे लोग इतने मग्न हो जाते कि उन्हें अपने खाने-पीने का भी ध्यान नहीं रहता। अंडों को देख कर बच्चों के मन में कई प्रकार के सवाल उठते जैसे कब बड़े होंगे, किस रंग के होंगे, बच्चे किस तरह निकलेंगे। पिता पढ़ने-लिखने में तो माँ घर के काम में व्यस्त रहते थे इसलिए इन बातों का जवाब देन वाला कोई नहीं था। दोनों आपस में ही सवाल-जवाब करके दिल को तसल्ली दे लेते।

इस तरह से तीन चार दिन गुजर गए। दोनों बच्चे चिड़िया के बच्चो के लिए परेशान थे। उन्हें लग रहा था कि कहीं अंडों से निकलने वाले बच्चे भूख-प्यास से ना मर जाएँ। उन्हें बचाने के लिए उन्होंने खाने के लिए चावल के दानों का और पीने के लिए पानी का इंतजाम किया। छाया के लिए कूड़े की बाल्टी और अंडो के नीचे कपड़े की मुलायम गददी बनाकर रखी।

गरमी के दिनों में जब पिता दफ़्तर गए हुए थे और अम्मा सो रहीं थीं तब बच्चों ने इंतजाम किये हुए सामान द्वारा अंडों की हिफाजत करने की सोची। जैसे ही केशव ने अंडों को हाथ लगाया, दोनों चिड़िया उड़ गयीं। दोनों ने अंडों को अच्छे ढंग से रखा और दाना-पानी भी रख दिया। वे दोनों सोने चल गए।

सोकर जब वे उठे तो उन्होंने देखा कि अंडे टूटकर नीचे गिरे हुए टूटे पड़े थे। अम्मा को जब यह बात पता चली कि केशव ने अंडों को छेड़ा था तब उन्होंने बच्चों को बताया कि अंडों को छूने से चिड़िया के अंडे गन्दे हो जाते हैं और फिर चिड़िया उन्हें नहीं सेती। यह जानकर केशव को कई दिनों तक अपनी गलती पर अफसोस हुआ। उसके बाद वे दोनों चिड़िया वहा कभी नहीं दिखाई दी।

कठिन शब्दों के अर्थ

• कार्निस - दीवार के ऊपर आगे बढ़ा हुआ भाग
• सुध - ध्यान
• तसल्ली - दिलासा
• फुर्र से - शीघ्र ही
• पेचीदा - मुश्किल
• अधीर - जिसमें धैर्य न हो
• चारा - भोजन
• जिज्ञासा - जानने की इच्छा
• हिकमत - उपाय
• चाव - शौक
• अंदाजा - अनुमान
• उधेड़बुन - सोच विचार
• सूराख - छेद
• आँख बचाकर - नजरों से बचकर
• प्रस्ताव - सुझाव
• तकलीफ - कष्ट
• हिफाजत -  रक्षा
• दबी आवाज से - धीरे से
• बहलाना - खुश करना
• चालक - चतुर
• चटनी कर डालना - खूब पीटना
• चिथड़े - फटे हुए
• वरना - नहीं तो
• टहनी - पड़े की शाखा
• आहिस्ता से - धीरे धीरे
• कसूर - अपराध , दोष
• उल्टे पाँव दौड़ना - देखते ही दौड़ पड़ना
• यकायक - अचानक
• ताकना - देखना
• भीगी बिल्ली बना - डरा हुआ
• चेहरे का रंग उड़ना -घबरा जाना
• सोटी - डंडा
• जोग - कोशिश
• सत्यानाश - पूर्ण नाश



Viewing all articles
Browse latest Browse all 6119

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>